राष्ट्रीय आंबेडकर सेना का विशाल प्रदर्शन
कर्मावती कोरी के पुत्र अरुण कोरी के ना मिलने एवं स्वामी प्रसाद कोरी की हत्या होने पर RAS (राष्ट्रीय आंबेडकर सेना) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय प्रताप कोरी की प्रशासन को फटकार।
कोरी/कोली समाज मे कभी महापुरशो की कमी नहीं थी इस समाज ने राघोजी भाँगरे कोली तो कभी खून खून कोरी तो कभी रूपलो कोल्ही जैसे शूरवीर दीए तो वहीं पूरन कोरी की पत्नी झलकारी बाई जैसी महान वीरांगना भी दी जिसने एक समय पर अपने पति के जंग मे शहीद होने से टूटने की जगह जंग मे किलिंग वॉरीयर की तरह अंग्रेज काटे जिससे अंग्रेजों के मुह से यह तक कहलवा दिया था की यदि 1 प्रतिषित महिला झलकारी जैसी हो गई तो देश शोर कर जाना पड़ेगा पर वहीं आज की इस समाज की पीढ़ी इतनी कमजोर हो गई है या कर दी गई जिससे बीते कई सालों से इस समाज पर अत्याचारों की बारिश हो रही है कभी कानपुर मे कोरी समाज के बच्चे के साथ गलत कार्य होता है तो कभी इस समाज के टोपर शैलेंद्र शंख्वार कोरी के साथ छुआ छात की जाती से जिससे उसे आत्महत्या करनी पड़ती है अब इसी तरह अमेठी मे अरुण कोरी का मामला है और साथ ही स्वामी प्रसाद कोरी की हत्त्या का मामला है जिसमें अरुण कोरी को 23-8-2024 को उसी के गांव के विक्रम सिंह पुत्र छेदी सिंह ने रेलवे स्टेशन लेकर गया और तबसे अरुण घर नहीं पहुँचा है जिस कारण परिवार ने विक्रम सिंह पे आरोप लगाया है की उसने अरुण को मार कर उसकी लाश को कहीँ गायब कर दिया गया पर पुलिस ने विक्रम सिंह पे मुकदमा लिखने की जगह गुमशुदा की रिपोर्ट लिख दी है।
13-6-2024 को स्वामी प्रसाद कोरी पुत्र कांशीराम कोरी अमेयमाफि जिला अमेठी की हत्त्या कर दी गई थी। तथा उपरोक्त विपक्षी के नाम राधे लोहार सुत रामदेव निवासी ग्राम व पोस्ट भीमी, थाना अमेठी एवं विपक्षी रामवरन, रामलखन सुतगण रामपियारे, रामअचल सुत रामबरन, अच्छेलाल सुत रामदुलारे निवासी ग्राम बल्दू का पुरवा (अमेयमाफी) थाना पीपरपुर जिला अमेठी के द्वारा हत्या कर दी गई थी। जिसमें नामजद प्रार्थना पत्र प्रार्थिनी के द्वारा देने पर भी एफ०आई०आर० ना दर्ज करके अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर दिया गया और उक्त विपक्षी लोग जान से मारने की प्रार्थिनी व प्रार्थिनी के बच्चे को दे रहे है। और कह रहे है कि सुलह समझौता कर लो नहीं तो पूरे परिवार को जान से मार डालेगें और सारी जमीन कब्जा कर लेगें।
ईन दोनों मदों को लेकर बहुजनों के मसीहा उदय प्रताप कोरी राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय अंबेडकर सेना ने पीड़ितों की आवाज उठाने के लिए जिला अधिकारी मजिस्ट्रेट कों ज्ञापन दिया और न्याय की मांग अन्यथा बड़े आंदोलन करने की बात रखी।